बुधवार, 6 फ़रवरी 2013

सरकार गुर्जर हितेषी नहीं - दारापुरिया



मनमोहन कसाना , भरतपुर
3 फरवरी को श्री देवनारायण मन्दिर बुध की हाट पर गुर्जर विचार मंच की बैठक अजयपाल दारापुरिया की अध्‍यक्षता में हुई,बैठक में वक्‍ताओं ने गुर्जर आरक्षण की वर्तमान दशा पर चिन्‍ता जताई,और भाजपा व कांग्रेस के दोगलेपन पर नाराजगी व्‍यक्‍त की,बैठक में मौजूद वक्‍ताओं ने कहा कि सरकार एक तरफ तो गुर्जर हितेषी होने का दावा करती है तो दूसरी तरफ जानबूझकर आरक्षण सम्‍बंधित मसौदे में कमी रखती है जिससे असानी से कोर्ट में उसे चेलेन्‍ज कर दीया जाता है, एक तरफ तो कॉग्रेस सरकार गोपालगढ काण्‍ड में सिर्फ 10 लोगों के मर जाने पर सी बी आई जांच कराते हुऐ दो दो आई पी एस व आई ए एस को निलम्बित करती है तथा घटनाओं के सिलसिले में अपने नेता  राहुल गांधी को भेजती है जो कि कथित पीडितों के साथ मोटरसाईकिलों पर घर घर घूमता है और संवेदना व्‍यक्‍त करता है वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार द्वारा की गई 72 गुर्जर भाईयों की हत्‍या के मामले में अपनी सरकार आने पर गोली कांड की जांच करा कर दोषी अधिकारियों को आरोप पत्र देने में और किसी प्रदेश स्‍तर के नेता तक को संवेदना व्‍यक्‍त करने भेजने तक जोर आता है इसी तरह ये सरकार एस बी सी आरक्षण पर तो माननीय न्‍यायलय का सम्‍मान करने की बात करती है वहीं दूसरी ओर पदोन्‍नती में आरक्षण पर उसी माननीय न्‍यायलय को एक तरफ रख देती है वक्‍ताओं ने कांग्रेस के साथ भाजपा पर भी गुर्जरों के साथ सौतेला व्‍यवहार करने का आरोप लगाते हुऐ कहा कि ये दोनों ही दल गुर्जर आरक्षण को 13 -14 साल तक आयोग दर आयोग बढा कर अटकाना चाहती हैं तो दूसरी ओर प्रभावशाली ताकतवर जातियों को आरक्षण के मापदण्‍ड में ना पाकर भी 6 महीने में आरक्षण दे देती हैं
                बैठक में पूर्व पार्षद वीर सिंह ,राजवीर घषौला,उदयवीर कसाना एडवोकेट,सज्‍जन कसाना , उदय पार्षद,सिरमौहर खुडासा,महेन्‍द्र पोषवाल, नरेन्‍द्र गुर्जर, वीरेन्‍द्र गुर्जर, रवि धाभाई, बबली धाउ,गजेन्‍द्र सिंह, आदि थे, संचालन राजवीर घषौला ने कीयाा

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