दोस्तो
इस बार देवनारायण जयंती पर हम हाजिर श्री देवनारायण जी का एक चमत्कार लेकर
इस बार हमारे इस आलेख के लेखक हैं ''रतनलाल गुर्जर''
भीलवाडा जिले की जहाजपुर तहसील के एक छोटे से गांव मनोहरगढ में विराजमान समाज के अराध्य देव भगवान अपने चमत्कारों और भक्तों के संकट हरने के कारण पूरे प्रदेश में प्रसिद्व हैं, भगवान का देवरा नस व गोसा के देवजी के नाम से प्रसिद्व है क्योंकि यहां नसों से सम्बधित कई प्रकार के रोग जैसेः पेटदर्द फोडे , फुनसी,लकवा आदि ईश्वर के रहम और भक्त की श्रद्वा के प्रताप से दूर होते हैं यहां पगतिदिन कई सारे दीन दंखी मन में श्रद्वा कादीप जलाऐ आते हैं और भगवान सेदर्द दूर करने की अर्जी लगाते हैं लोग रोते रोते आते हैं और हंसते हुऐ जाते हैं, अब आते हैं मन्दिर पर यह मन्दिर लगभग 900 वर्ष पुराना है ,आज से लगभग 67 वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने यहां पर मन्दिर बनाने की सोची, जब मन्दिर की दीवारें खडी हो गई तो उन पर मिटटी के कोल्हू डालने के लिऐ बांस के डण्डे के नीचे आसार के रूप में लगाई जानेवाली लकडी छोटी पड गई थी तो ग्रामीणें ने सुबहदेखने की कहकर काम वहीं के वहीं छोड दीया लेकिन जब वो लोग वहां आये तो देखा कि वह लकडी बढकर दीवार से लग गई तब से लोगो में श्रद्वा और बढ गई , उस श्रद्वा का ही परणिाम है कि आज वहीं परभव्य मन्दिर बन गया है, यहां पर वर्ष में दो बार मेला लगता है
कैसे पहुचेंः
जयपुर से एन एच 12 पर देवली कस्बे से तथा बूंदी जिले के हिण्डौली कस्बे से निकट है एन एच 12 से दक्षणि कि ओर मनोहरगढ के देवजी का स्थान है ईटुन्दा ग्राम पंचायत में एन एच 12 से 3 किलोमीटर अंदर है अधिक जानकारी के लिऐ सम्पर्क करें 08559941915
भाई रतन लाल बी ए के 2 वर्ष में अध्यनरत हैं और सामाजिक कार्य में स्ची लेते हैं तथा कई सामाजिक संगठनों से जुडे हैं गुर्जर प्रवक्ता टीम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करती है
इस बार देवनारायण जयंती पर हम हाजिर श्री देवनारायण जी का एक चमत्कार लेकर

भीलवाडा जिले की जहाजपुर तहसील के एक छोटे से गांव मनोहरगढ में विराजमान समाज के अराध्य देव भगवान अपने चमत्कारों और भक्तों के संकट हरने के कारण पूरे प्रदेश में प्रसिद्व हैं, भगवान का देवरा नस व गोसा के देवजी के नाम से प्रसिद्व है क्योंकि यहां नसों से सम्बधित कई प्रकार के रोग जैसेः पेटदर्द फोडे , फुनसी,लकवा आदि ईश्वर के रहम और भक्त की श्रद्वा के प्रताप से दूर होते हैं यहां पगतिदिन कई सारे दीन दंखी मन में श्रद्वा कादीप जलाऐ आते हैं और भगवान सेदर्द दूर करने की अर्जी लगाते हैं लोग रोते रोते आते हैं और हंसते हुऐ जाते हैं, अब आते हैं मन्दिर पर यह मन्दिर लगभग 900 वर्ष पुराना है ,आज से लगभग 67 वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने यहां पर मन्दिर बनाने की सोची, जब मन्दिर की दीवारें खडी हो गई तो उन पर मिटटी के कोल्हू डालने के लिऐ बांस के डण्डे के नीचे आसार के रूप में लगाई जानेवाली लकडी छोटी पड गई थी तो ग्रामीणें ने सुबहदेखने की कहकर काम वहीं के वहीं छोड दीया लेकिन जब वो लोग वहां आये तो देखा कि वह लकडी बढकर दीवार से लग गई तब से लोगो में श्रद्वा और बढ गई , उस श्रद्वा का ही परणिाम है कि आज वहीं परभव्य मन्दिर बन गया है, यहां पर वर्ष में दो बार मेला लगता है
कैसे पहुचेंः
जयपुर से एन एच 12 पर देवली कस्बे से तथा बूंदी जिले के हिण्डौली कस्बे से निकट है एन एच 12 से दक्षणि कि ओर मनोहरगढ के देवजी का स्थान है ईटुन्दा ग्राम पंचायत में एन एच 12 से 3 किलोमीटर अंदर है अधिक जानकारी के लिऐ सम्पर्क करें 08559941915
भाई रतन लाल बी ए के 2 वर्ष में अध्यनरत हैं और सामाजिक कार्य में स्ची लेते हैं तथा कई सामाजिक संगठनों से जुडे हैं गुर्जर प्रवक्ता टीम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करती है
mujhe aana h yaha
जवाब देंहटाएंJai shree dev narayan bagwan ki
जवाब देंहटाएंJai shree dev narayan bhgwan ki
जवाब देंहटाएंJay dev ji
जवाब देंहटाएंKya inko he naso ke devta bolte h mere mumy ki tbyeet bhaut kharab h naso ki problem se vo bed per h unki body kudh hilti rahti h kya plzz mere help kere koi bataye kaha le jaaye unko
जवाब देंहटाएंHa यही नसों के देव है मेरे चाचा के लड़के को हुवा था वो ठीक हो गया अब में भी जाऊंगा मुझे भी दिक्क्क्त है
हटाएंगुरुवार को पक्का इलाज है100
जवाब देंहटाएंMere bhai sahab ki anguli ke Nashe se chadh gai hai anguliyan Kam nahin kar rahi hai
जवाब देंहटाएंMuje 3 sal se gardan ki nas se paresan hu me meri nas thik ho Sakti he kya
जवाब देंहटाएंMere silp dice ke baje se naso meproblam h kya ye shi hojagi
जवाब देंहटाएंदेवली बस स्टैंड से कहां पड़ता है
जवाब देंहटाएंदेवली से 17-18किलोमीटर बूंदी रोड पर, ईटून्दा रोड से मनोहर गढ़
हटाएंNub kese mile bha ke
जवाब देंहटाएंKis din jate he devji ke
जवाब देंहटाएंKENSAR ELAJ HO SAKTA
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