मंगलवार, 25 दिसंबर 2012

एक गुर्जर क्या है.


अक्सर अच्छाई का रास्ता गंदगी से हो कर गुजरता है
अगर कुछ अच्छा करना है तो गंदगी को ख़त्म करना होगा
कुछ करना है अगर तो कीचड़ में कुदना ही होग
अगर किसी को न्याय देना है तो आज लड़ना ही होगा
अगर अब नहीं आगे बढ़ेंगे तो ज़िन्दगी भर लाइन में लगना ही होगा
अगर आज कीचड़ साफ नहीं किया तो कल दलदल में फसना ही होगा
अगर आज कुछ नहीं किया तो कल रोना ही होगा
अगर अब बैठे रह गए तो ज़िन्दगी भर रोना होगा
अगर आज आंखे नहीं खोली तो ज़िन्दगी भर आंखे बंद रखनी होगी
अगर आज कान बंद कर लिए तो ज़िन्दगी भर शोर सहना होगा
अगर आज नहीं जागे गुर्जरों तो ज़िन्दगी भर सोना पड़ेगा
उठो जागो अन्याय के आगे आज तलवार उठालो
तोड़ दो आज सारी ज़ंजीरो को, बता दो इन चोरो को
बता दो इस दुनिया को की हम रणवीर है
बता दो की हम वीर गुर्जर है
हम आज भी वही ताकत रखते है
अपनी प्यास पानी से नहीं बल्कि रक्त से बुझाते है
आज भी हम जब ललकार उठाते है तो शेर भी अपनी दुम दबाते है
तोड़ दो सारी ज़ंजीरो को, तोड़ दो इन बंधन को. आज जीत लो इस दुनिया को
सिखा दो इस दुनिया को की सिद्धांत क्या होते है
आज बता दो की आदर्श क्या है
दिखा दो सबको की शब्दो के मोल क्या होते है
दिखा दो सबको की राज कैसे करते है
सिखा दो सबको की जीवन मृत्यु क्या है
आज बता दो इनको की एक गुर्जर क्या है
आज बता दो इनको की एक गुर्जर क्या है....पंकज गुर्जर

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